मलबे में दबने से गई जान – फोटो : संवाद।बनियाठेर थाना क्षेत्र के गांव बनियाखेड़ा में शनिवार की रात घर के बरामदे के नीचे सो रहे वृद्ध दंपती के ऊपर अचानक भरभरा कर छत गिर गई। मलबे में दब कर वृद्ध दंपति शेर मोहम्मद (62) और उसकी पत्नी बनारसी (60) की मौत हो गई। घटना की जानकारी रविवार सुबह ग्रामीणों को मिली। आनन-फानन में मलबा हटाया गया लेकिन दंपती चारपाई पर मृत अवस्था में मिला। सूचना पाकर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी की। परिजनों ने पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया। गांव बनियाखेड़ा निवासी मृतक शेर मोहम्मद के एक बेटा व तीन बेटी हैं। सभी की शादी हो चुकी है।इकलौता बेटा मोहम्मद रूम अपनी पत्नी शकीना व आठ बच्चों के साथ दिल्ली में रहकर मेहनत मजदूरी करता है। गांव में रह कर शेर मोहम्मद और उसकी पत्नी बनारसी खेती किसानी कर जीवन यापन कर रहे थे। शनिवार की रात दंपती घर के बरामदे में चारपाई पर सो रहे थे।
देर रात किसी समय बरामदे की सीमेंट के गाटर, बांस और मिट्टी से बनी छत भरभरा कर नीचे आ गिरी। दंपती मलबे में पूरी तरह से दब गए। सुबह साढ़े पांच बजे करीब जब ग्रामीण उधर से गुजरे तो उनकी नजर मलबे पर पड़ी। जिससे शोर मच गया और ग्रामीणों की भीड़ लग गई।ग्रामीणों ने किसी तरह मलबा हटाया तो चारपाई पर दोनों मृत अवस्था में पड़े थे। ग्रामीणों ने पुलिस और मृतक के बेटे को सूचना दे दी। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई और जानकारी की। दोपहर करीब 12 बजे बेटा भी परिवार के साथ गांव पहुंच गया। बेटे ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।
जिससे पुलिस बिना किसी कार्रवाई के लौट आई। प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जानकारी की है। मृतकों के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।
कमरे में सोता वृद्ध दंपति तो बच सकती थी जान
वृद्ध दंपती के घर में दो कमरे, बरामदा व आंगन है। देर रात किसी समय बरामदे की छत भरभरा कर गिर गई। कमरों की छत नहीं गिरी। ग्रामीणों का कहना है कि शेर मोहम्मद और उसकी पत्नी बनारसी रोजाना कमरे में ही सो रहे थे। शनिवार की रात भी अगर कमरे में ही सो रहे होते तो जान बच सकती थी।